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सोयाबीन की खेती कैसे करें? जून-जुलाई 2025 के लिए किसानों की संपूर्ण गाइड (MP विशेष)

मध्यप्रदेश में सोयाबीन क्यों खास फसल है?

  • भारत में कुल सोयाबीन उत्पादन का ~50%हिस्सा MP से आता है
  • यह खरीफ की सबसे लाभकारी तिलहन फसल है  
  • पानी की आवश्यकता कम, लेकिन सही समय पर वैज्ञानिक बुवाई ज़रूरी है  
  • बाजार में हमेशा मांग बनी रहती है — तेल, पशु आहार, एक्सपोर्ट के लिए

सोयाबीन की बुवाई का सही समय – 2025 के लिए अपडेट

क्र. अवधि उपयुक्तता
1 15 जून – 30 जून सर्वोत्तम
2 1 जुलाई – 10 जुलाई अच्छा
3 10 जुलाई के बाद उत्पादन घटने की आशंका

बुवाई वर्षा की पहली अच्छी बारिश के 2–3 दिन के भीतर कर लें।

सोयाबीन की खेती शुरू करने से पहले तैयारी (Pre-Sowing Tips)

खेत की तैयारी:

  • 1–2 गहरी जुताई + 2 हल्की जुताई करें  
  • खेत को समतल करें ताकि बरसात का पानी जमा न हो
  • मेढ़बंदी आवश्यक – ताकि कटाव न हो

बीज उपचार कैसे करें?

बीजोपचार से जैविक रोग और फंगस से सुरक्षा होती है और अंकुरण अच्छा होता है  

उपचार का नाम मात्रा समय
थायरम + कार्बेन्डाजिम 2g + 1g तुरंत
Rhizobium कल्चर 25g/kg सूखने के बाद
PSB कल्चर (optional) 10g/kg 2nd coat में

बीज और किस्में

किस्म अवधि लक्षण
JS 20-98 95–100 दिन रोग प्रतिरोधक + अधिक तेल
NRC 142 90–95 दिन अच्छी पैदावार
JS 95-60 95 दिन सूखा सहन क्षमता

खाद और सिंचाई व्यवस्था

खाद का सुझाव (प्रति एकड़):

  • नाइट्रोजन (N): 20–25 किग्रा 
  • फॉस्फोरस (P): 40–50 किग्रा 
  • सल्फर: 10–15 किग्रा  
  • जैविक खाद: 1.5 टन गोबर खाद

मिट्टी परीक्षण के अनुसार उर्वरक का संतुलन करें

सिंचाई:

  • अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में ड्रेनज सिस्टम ज़रूरी  
  • कम वर्षा वाले क्षेत्रों में 1 सिंचाई 45-50 दिन पर लाभदायक

रोग और कीट नियंत्रण

प्रमुख रोग:

1. रूट रॉट (जड़ गलन) – थायरम से उपचार  

2. लीफ स्पॉट / इल्ली – नीम तेल स्प्रे करें (5ml/L)  

3. YMV वायरस – रोगी पौधे हटाएँ, रोलेक्स जैसे किस्म चुनें  

जैविक कीटनाशक:  

  • नीम खली 100kg/एकड़ डालें  
  • देशी गाय का गोमूत्र + नीम का अर्क स्प्रे करें

उत्पादन व लाभ

निवेश औसतन
उत्पादन 10–14 क्विंटल प्रति एकड़
MSP दर (2024-25) ₹4,600/क्विंटल (संभावित)
कुल आय (औसत) ₹50,000–₹60,000/एकड़ (सही टाइमिंग+देखभाल पर)

मार्केट बिक्री और भंडारण

  • मंडी में बेचने की बजाए FPO (किसान प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) से जोड़ें  
  • राज्य मंडियों में off-season बढ़िया रेट मिलते हैं  
  • भंडारण हेतु कूल, ड्राई और एंटी-पेस्ट उपाय अपनाएं

किसानों के लिए टिप्स

✅ हमेशा मौसम आधारित SMS अलर्ट देखें  

✅ e-Uparjan पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें  

✅ PM किसान योजना और किसान क्रेडिट कार्ड अपडेट रखें

📢 और जानें: खेती टिप्स

सोयाबीन से जुड़े सवाल – FAQ

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

सोयाबीन की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय 15 जून से 10 जुलाई के बीच होता है, खासतौर पर पहली मूसलधार बारिश के 2–3 दिन बाद। इससे बीज अच्छी तरह अंकुरित होते हैं।

प्रमुख किस्में हैं:

  • JS 20-98 – 100 दिन में तैयार, रोग प्रतिरोधक
  • JS 95-60 – मध्यम अवधि, Utera पद्धति के लिए बेहतर
  • NRC 142 – अधिक तेल और बीमारी से सुरक्षित

बीजोपचार करने से बीजजनित रोगों का खतरा 70% तक कम होता है और अंकुरण दर बढ़ती है।

  • थायरम + कार्बेंडाजिम (2g + 1g/kg)
  • उसके बाद Rhizobium कल्चर – 25g/kg

मुख्य रोग:

  • येलो मोज़ेक वायरस (YMV): रोगग्रस्त पौधों को बाहर करें
  • लीफ स्पॉट: नीम तेल स्प्रे करें
  • जड़ गलन: बीज उपचार करें

देसी उपाय: गोमूत्र + नीम खली स्प्रे = प्राकृतिक सुरक्षा

  • लागत: ₹12,000–₹15,000 प्रति एकड़
  • उत्पादन: 10–14 क्विंटल
  • औसत आय: ₹50,000 से ₹60,000 प्रति एकड़ (MSP ₹4,600 मानकर)
  • लाभ: ₹30,000 से ज्यादा एकड़ पर संभव
  • मेढ़बंदी करें ताकि पानी बना रहे
  • सूखा सहनशील किस्में (JS 20-98 जैसे) लगाएं
  • अंकुरण के समय से ही ड्रेनज प्लानिंग करें
  • छोटा spacing रखें ताकि नमी बनी रहे
  • गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट और Neem Cake
  • Trichoderma और Rhizobium कल्चर
  • फसल की जरूरत के अनुसार पोटाश और सल्फर bio-fertilizers

बिलकुल! किसान KCC के जरिए एक सीजन के लिए ₹1.6 लाख तक की राशि ले सकते हैं। खर्च – बीज, खाद, सिंचाई आदि के लिए उपयोग किया जा सकता है।

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